आजकल हर कोई जानना चाहता है कि SEO क्या है, और ये Websites के लिए क्यूँ जरूरी है?
सबसे पहले जाने की,
SEO का फुल फार्म क्या है?
SEO का फुल फार्म है “Search Engine Optimization “.
SEO का हिंदि में क्या अर्थ है?
हिंदी में एसईओ (SEO) इसका अर्थ होता है, खोज इंजन अनुकूलन (Search Engine Optimization).
“अब English जनने वाले बहुत से लोग तो जानते है इस बारे में, पर हिन्दी जानने वाले English सही से ना आने की वजह से इसके बारे में सही से जान नहीं पाते। इस पोस्ट के माध्यम से मैंने ऐसे ही लोगों की मदद करने की कोशिश की है। जिन्हें English सही से नहीं आती या English में पड्ना पसंद नहीं है, आशा करता हूँ की आपको ये पोस्ट पसंद आये।“
ये ऐसा सवाल है जो अकसर बहुत से नए Website और नए Bloggers के मालिकों को बहुत परेशान करता है। आजकल के इस नए Digital World में अगर आप लोगों के सामने आना चहते है तो आपको ऑनलाइन (Online) आना होगा। क्योंकि यही वो एकमात्र जरिया है जहाँ आप एक साथ करोड़ों लोगों के साथ जुड सकते है ओर अपनी सर्विस या प्रोडक्ट बेच सकते है।
और आजकल तो अगर आप चाहे तो खुद Video के माध्यम से कही भी उपस्थित हो सकते हैं (यहाँ में Most Popular Platform Youtube के बारे में बात कर रहा हु ) या फिर अगर आप चाहे तो अपने Contents के द्वारा लोगों तक अपनी बात पहुंचा सकते हैं।
और ऐसा करने के लिए आपको सबसे पहले Search Engines के First Pages में आना होगा। क्योंकि, यही वो Pages होते हैं जहां Visitors सबसे ज्यादा आते है ओर वे First Page 📄 Website पर ही सबसे ज्यादा Trust करते है।
लेकिन ये सब तभी हो सकता है, जब आपको Search Engine Optimization आता हो। क्योंकि Search Engines के First Page तक पहुँचना आसान काम नहीं है। क्योंकि इसके लिए आपको अपनी Website का सही ढंग से SEO करना होगा। मेरा कहने का मतलब है की सही तरीके से Optimized करना होगा, ताकी, वो Search Engine में Rank हो सके। और ये सब करने के तरीके को ही SEO (Search Engine Optimization) कहा जाता है।
अगर मैं ये कहु की किसी भी Website या Blog की जान SEO है तो, मैं ये इसलिए यह कह रहा हूँ, क्योंकि आप चाहे तो कितना भी अच्छा Article लीख लें, अगर आपका Article ठीक तरीके से Rank नहीं हुआ ओर किसी ने उसे देखा ना हो तब? अब आप लोग यह सोच रहे होगे की इसकी क्या जरूरत है, वो तो हम Social Media Channels (Facebook, Twitter, Instagram, Whatsapp, Telegram Etc) पर भी Share करके या Ads चला कर सकते है । परन्तु Social Media पर आपका Article दो या तीन दिन ही रहेगा ओर दिखेगा ओर Ads कुछ ही समय के लिये चलेंगी ओर फिर बंद, फिर उसके बाद क्या करोगे? अगर आप SEO सही तरीके से करते है तो, वही Article Search Engine में हमेशा Top पर रहेगा ओर आपकी Website पर आने वाले Daily Visitors उसे पढ़ सकते है। अगर आपने सही से Search Engine Optimization (SEO) नहीं किया है, तो आपकी Website या Blog में Traffic आने की संभावनाएं न के बराबर हो जाती है । अब ऐसे में बेचारे Writers की सारी मेहनत खराब जाती है। 😔
SEO क्या है और इसे क्यों करते हैं?
अगर आप अपनी Website या Blogs को लेकर Serious हैं तब तो आपको SEO के बारे में जरूर जानना चाहिए।
ऐसा हो सकता है की SEO आपके अभी इतना काम आये पर ये वो तरीका है जो बाद में आपको बाद मे बहुत काम में आने वाला हैं। क्योंकि अगर आपके पास Ads Run करने के लिए पैसे नहीं है तो भी आपको Business आयेगा ओर ब्लोग्रस (Bloggers) आपको Website Traffic जिसे आप Monetize करा कर पैसे कमा सकते है। वैसे SEO (Search Engine Optimization) करने का कोई Rules नहीं होता हैं, क्योंकि ये Search Engines की कुछ Algorithms के ऊपर आधारित हैं। जो की समय-समय पर लगातार बदलती रहती है।
इसलिए ये बहुत जरूरी है की आप हमेशा SEO Industry में होने बाले नए-नए बदलावों पर ध्यान दे, और खुद्को SEO Industry मे Update रखे। जिससे की आप भी अपनी Website में जरूरी बदलाव कर सके, ताकि आपको बाद में आपकी Website Ranking में कोई परेशानी न आए।
चलिये अब,
Search Engine Optimization (SEO) को हिंदी में समझे Step by Step
SEO क्या है? (What is SEO?)
Search Engine Optimization (SEO) वह प्रक्रिया जिसमें किसी भी वेबसाइट की Ranking or Position को सेअर्च इंजन (Search Engines) के Organic Search Result में अच्छा किया जाता है। नाके पैसे खर्च करके।
सरल शब्दों में – “ये वह प्रक्रिया है जिसमें सही Websites को सही लोगों तक पहुंचाने की कोशिश कि जाती है।“
“SEO Is All About Showing the Right Website To The Right Audience.”
यह एक ऐसा तकनीक है, जिससे हम अपनी Website के पेज को Search Engines के Organic Search Results टाप लाने की कोशिश करते है।
मैं इसके बारे में आपको ऊपर बता ही चुका हुआ।
“It’s Also All About Creating an Amazing Website with High Functionality, With A Good User Experience, And Zero Spam.”
यहाँ में आपको थोडा सा Brief कर देता हु। आपको किसी भी Search Engine के Organic Search Results में Top Me आना होता है, जिससे की जो Internet User है अगर वो आप की Website से Related कोई Keyword से Search करता है, तो वो आपको आपके Competitor’s से ऊपर आपको पाये। जो Internet User है वो सबसे पहले Top 5 Websites में ही जाना पसंद करते है। जैसा में बाता चुका हूँ, आपको Search Engine Me Top में आना होगा ताकि आपको आपकी Website में ज्यादा से ज्यादा Traffic मिलने की संभावना हो, क्योंकि अगर Traffic ज्यादा होगा तो आपके Product की Sales के Chances भी ज्यादा होंगे ओर आपकी Income बडेगी । इसके लिये आपको SEO आना जरूरी है।
अब आप SEO के Types समझिए: Types Of SEO In Hindi
SEO दो प्रकार का होता हैं पहला On Page SEO जिसे Onsite SEO भी कहते है और दूसरा है Off Page SEO जिसे Offsite SEO भी कहते है।
On-Page (On-Site) SEO क्या है?
जैसा की इसका नाम ही है, On Site SEO वैसा इसका काम भी है। ये Website में किया जाता है, ये Website की Technicalities से संबंधित होता है, जिसमें आपको SEO के Rule को Follow करते हुए, अपनी Website के Design को SEO Friendly बनना होता है व अच्छा Contents लिखना होता है, और उसमें अच्छे Keywords का इस्तेमाल करना होता है। जो Search Engine में सबसे ज्यादा खोजे जाते है।
Keywords खोज के लिये आप Google Keyword Planner का इस्तेमाल कर सकते है। जो की एक Free Tool है जो Google आपको Provide कराता है।
Keywords का Page’s में सही जगह इस्तेमाल करना जरूरी होता है। जैसे Title, Meta Description, Content में H1 से H6 तक, Keywords ओर Keyword Repetition (यानी कितने बार इस्तेमाल करना है) का इस्तेमाल करना होता है। ताकी आपका लिखा हुआ Content जल्दी से जल्दी Search Engines में Index Ho पाये।
नोट : यहाँ कुछ चीजो का ध्यान रखना पढ़ता है, जैसे की Content किस चीज से Related है या किस चीज पर लिखा जा रहा है आदि।
On Page SEO कैसे करें?
चलिये अब हम On Page SEO करते कैसे है ये बात करते है, ओर इसकी कुछ Techniques के बारे बात करते है जिनकी मदद से हम अपनी Website का On Page SEO अच्छे तरीके से कर सकते है।
On Page SEO Basic Factors:
- Title Tags
- URL Structure
- Keywords, Heading और Content
- Alt Tags
- Internal Links
- Website Speed
- Website Navigation and Structure
Title Tag क्या होते है व कैसे लिखे?
Title Tags किसी भी Content की जान होते है, Title Tag अच्छा ओर आकर्षक (Attractive) होना चाहिए कि कोई भी Visitor उसे पढ़ते ही समझ जाए कि Content किस बारे में है। जिससे कि वह उस पर जल्द से जल्द Click करें। इसका ये फायदा होगा कि आपका Ctr (Click Through Rate) भी बडेगा।
अच्छा ओर आकर्षक Title बनाने के लिये आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। जैसे की
कोशिश करें कि Title में 75 Word से ज्यादा Words का इस्तेमाल न करें| क्योंकि Google Search Engine में 60 से 65 Words से ज्यादा उसके Algorithms Allow नहीं करते है, वही कई ओर Search Engine इन्हें Allow करते है। इसलिए Google Algorithms भी कभी- कभी Content (Article) को समझने के लिये ओर User 👤 को अच्छे व Accurate Result देने के लिये इन्हें Allow करती है। इसलिये कोशिश करें कि आप अपने Title’s में 75 Word से ज्यादा Words का इस्तेमाल न करें| बाद में हम इन्हें ओर Details से Discuss करेंगे।
Url क्या होते है व इनके Structure को कैसे लिखें?
Url का फुल फार्म क्या होता है?
Url का फुल फार्म होता है – Unique Resource Locator
आप Url को ऐसे भी समझ सकते है, Url जो है वो एक तरीके का Address होता है। आप इसे एक Unique Code की तरह ले सकते है। जो आपके Page 📄 की पहचान बताता है। अब Address जितना छोटा ओर Area से Related होगा उतनी जल्दी याद भी रहेगा व उसे खोजने में आसानी होगी। मेरा कहने मतलब है, कि जितना Page से Related होगा व जितना Simple और छोटा होगा उतना ही अच्छा होगा। कोशिश करें कि आप अपने Main Keyword को उमसे इस्तेमाल करें।
Keywords, Heading और Content को समझे
कभी – कभी में सोचता हु कि, क्यों न हम केवल ऐसा करें की हम केवल Blogging करें या केवल अच्छा Content लिखे ओर Search Engine Visibility की कोई चिंता ना करें?
परन्तु, Sadly 😔 Search Engines केवल Algorithms (Ai) है ओर हमें ही Content समझने में उनकी मदद करनी होगी।
Keyword: Articles लिखते समय आप हमेशा Lsi (Latent Semantic Indexing) Keywords का इस्तेमाल करें. इसके साथ-साथ कभी भी Important Keywords को Bold करना न भुले। जिससे की Google Boats (Algorithms) और आने वाले Visitors को ये पता चल सके की क्या चीज Content में ज्यादा Important (जरूरी Keywords) है। जिससे की Boats व Visitors का ध्यान आपके Content के उस Part की तरफ आकर्षित हो।
Heading: अपने Article के Headings का ख़ासा ध्यान रखे। क्योंकि आपके Headings का ही आपके Content, SEO व Visitors पर काफी Impact पड़ता है| Article में आप हमेशा अपने Focus Keyword का आपने Main Title में इस्तेमाल करें। ओर आपने Main Title को H1 में रखे। बाकी आप अपने Subheadings को H2, H3,H4 आदि में रख सकते है।
Content: Content के बारे में अकसर आप लोगों ने सुना ही होगा, कि Content Is A King 👑 । ये इसलिये कहा जाता है, क्योंकि Content किसी भी Website या Blog का बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। Content किसी भी प्रकार का हो सकता है जैसे – Videos, Articles, Pictures Etc. हम यहाँ Articles की बात कर रहे है।
ओर एक चीज ओर समझे की आपके इसी Content के आधार पर ही आपकी Website या Blogs का Evaluations होता है।
जैसे की हम Article कि बात कर रहे थे, तो समझे की आप जब भी Article या ब्लोग (Blogpost) लिखे उसमें में काम से काम 500 Words Blogpost में व 800 Words Article में हो। ओर कोशिश करें कि आप इससे ज्यादा लिख पाये। Content यानी Article की Length ज्यादा करने के चककर में आप कभी भी Unnecessary चीजे Add ना करें। क्योंकि ये आपके Content की Quality को नीचे गिराता है व Visitors और Reader को Topics पर से ध्यान बटाता है।
Content Quality क्या है?
Content Quality से अर्थ है कि Content और Article Readers या Visitors को Content Engaging लगे व उसमें Keywords Density भी सही तरीके से इस्तेमाल हो। Ideally Keywords Density Content में 3% होनी चाहिए आप इसे नीचे दीये फोर्मुले से समझ सकते है।
(Number Of Keywords/ Total Number Of Words) * 100
इससे आप पूरी जानकारी भी दे सकते हैं और आपके Content का SEO Optimization भी अच्छा हो जायेगा। और सबसे Important कभी भी किसी दूसरे का Content Copy Paste न करें।
Alt Tag क्या है? Alt Tag कहा Use होता है?
Alt Tags एक तरीके से आपकी Images की Identity होते, जो आपके Images का सम्बन्ध, किस चीज से है ये बताते है। Alt Tags का इस्तेमाल Website में होने वाली Images में किया जाता है। क्योंकि इन Images को Search Engines (Google, Bing, Yahoo) पढ़ नहीं सकते। वे आपके Images के Alt Tag से ही उन्हें पहचानते है।
अब कभी भी Images में Alt Tag का इस्तेमाल ना करना न भूले। क्योंकि ये Images आपकी Website में बहुत सारा Traffic देने में भी मदद करती है।
Internal Link क्या है और Interlinking क्यों करनी चाहिए?
आपकी Website या Blog के एक पेज से दूसरे Relevant पेज को Connect करना ही Internal Link 🔗 कहलाता है। Internal Linking करने का सबसे बड़ा फ़ायदा ये होता है कि ये एक पेज से दूसरे पेज को High Authority पास करते है। ये एक तरीके से Train के डब्बों की तरह है, ये एक डब्बा दूसरे डब्बे की मदद करता है। आपने बहुत सी Websites में देखा होगा की एक Link 🔗 दूसरे पेज से Connect होता है।
Example: Wikipedia को ले सकते है।
अब इन्हें Relevant रखने से, ये ना केवल SEO Point से काफी फायदेमंद होते है बल्कि ये आपकी Website को Engaging भी बनाते है। कुछ फायदे में नीचे लिख रहा हूँ ध्यान दे:
Visitors Like It
Increase Internal Pagerank
Reduce Bounce Rate
Better Crawling & Indexing of Your Site
Increase Pageviews
और इससे आपके सभी Interlinked Pages को Rank में आसानी होती है।
Website Speed
किसी भी Website के On Page में Website Speed बहुत मायने रखती है। क्योंकि एक Survey से पाया गया की कोई भी Visitor 5 से 6 Seconds ज्यादा किसी भी Website या Blog पर नहीं रहता है। क्योंकि अगर वो Website इसी समय के भीतर नहीं खुली तो Visitor उसे छोड़कर किसी और Website पर चला जता है।
अगर आपकी Website जल्दी नहीं खुली, तब उस स्थिति में एक Negative Signal Search Engine के पास चला जाता है कि ये Website सही नहीं है| इसलिए SEO के Point Of View से भी ये ज्यादा जरूरी है की आप इसका ध्यान रखे। तो जितना हो सके, उतना अपनी Website की Speed को अच्छा रखें.
Website Navigation and Structure
Website Structure and Navigation एक बहुत ही SEO का बहुत ही Important Part है। मैं आपको इसके बारे में बाद में अपनी Special इसके ऊपर Detail में Explain करूंगा। क्योंकि ये एक Wide Topic है। अभी आप ये समझे की Navigation क्या है और Website Structure क्या है।
Website Navigation क्या है?
Website Navigation का मतलब Website में Navigate करने की प्रक्रिया से है। जिसे Hypertext या Hypermedia के रूप में तैयार किया जाता है।
Website Navigation को लेकर बहुत से लोगों के दिमाग में Blog या Website के Menu की Picture 🖼 सामने आती है जो की Website के Header में होता है।
पर ऐसा नहीं होता, Website में बहुत Type के Navigation होते है।
जैसे: Sidebars बहुत ही Common Example है Navigation का, फिर आपके Breadcrumbs है, Footer Menu है आदि। ये Hierarchical Navigation Links का Example है जो अकसर काफी Websites Me देखने के लिये मिल जाते है। इसलिए कोशिश करें कि Website Navigation Simple व Clean हो। ताकि वह आपके Website के SEO के लिये सही हो व Website Visitor’s के लिये भी।
Website Structure क्या है?
Website Structure का मतलब Website के Setup करने के तरीके से है (The Way A Website Is Set Up), यानी की Homepage, Category और Tags Pages व अन्य जरूरी पेज कैसे आपस में जुड़े हुए हैं।
किसी भी Website का एक Ideal Website Structure होता है, जिसमें Homepage Top पर होता है व इसके नीचे Main Categories फिर Sub Categories होती है।
ये थे On Page 📄 Optimization के कुछ Basic तरीके, अब हम Off Page 📄 Optimization के बारे मे समझेंगे।
Off Page (Off-Site) SEO क्या है?
Off Page 📄 SEO एक एसी तकनीक है जो आपकी वेबसाइट के बहार की जाती है। इसे हम Link Building Technique भी बोल सकते है। ये Technique आपको आपकी Website की Search Engines में Ranking बढ़ाने में मदद करती है।
“Off-page SEO (off-site SEO) is a technique, which we do outside of our own website to impact search engine results pages (SERP) on search engines.”
अगर इसे हम Simple भाषा में समझे तो, अगर आपकी Website का Content बढ़िया है और Visitor के लिए Useful है, तो आपकी Website, Search Engine में High Rank कर सकती हैं। परन्तु, Search Engines के लिए आपकी Website की Reputation भी मायने रखती है। मेरा कहने का मतलब है कि, यदि आपकी Website के Content के साथ-साथ आपकी Website Overall Internet पर कितनी Reputed है या आपकी Website के कितने अच्छे Backlinks है, इन चीजो पर निर्भर करती है। आप अपनी Website की Reputation बनाने के लिए Content और Website को Optimize करने के इलावा आप और जो भी अपनी Website के बहार तरीके अपनाएंगे, उन तरीकों या Techniques को ही Off-Page SEO ही कहा जायेगा।
इसलिए आप के लिए ये ज़रूरी है कि आप जितना आपने On Page SEO पर ध्यान दें, उतना ही ध्यान आप आपने Off Page SEO Activities या कहु तो Off Page SEO Techniques पर भी दें।
Off Page (off-site) SEO कैसे करें?
Off Page (Off Site) SEO या Link Building करने वैसे तो बहुत से तरीके है और आप इन्हें अपने खुद के तरीकों से बड़ा भी सकते है। कुछ common तरीके में यहाँ बता देता हूँ। आपको बस जा कर वहाँ अपनी website का link 🔗 बनाना होता है।
- Social Media और Bookmarking submission
- Classified Submission
- Guest Posting
- Directory Submission
- Forum Submission
- Question & Answers Submission
- Blog Commenting
- Blog Directory Submission
- Article Submission
- Video Sharing Sites Commenting
- Image Submission
- Infographics Submission
- Video Submission
- Document Sharing & Commenting
- Search Engine Submission
Backlinks create करने के और भी तरीके है जिनसे बहुत तेजी से आपको Backlinks मिलते है पर उनके बारे में हम कभी बाद में बात करेंगे। क्योंकि ये Article बहुत बड़ा हो चुका है। अभी मैं आपके लिए कुछ Popular Website के Link Share कर देता हूँ। जहां आप जाकर Backlinks Create कर सकते है।
S. No | Social Networking Sites | DA | PA | PR |
1 | http://www.twitter.com/ | 100 | 97 | 10 |
2 | http://www.facebook.com/ | 100 | 97 | 9 |
3 | http://www.linkedin.com/ | 100 | 97 | 9 |
4 | http://www.pinterest.com/ | 100 | 96 | 9 |
S. No | Social bookmarking sites | DA | PA | PR |
1 | https://del.icio.us/ | 98 | 96 | 8 |
2 | https://mix.com/ | 98 | 90 | 8 |
3 | http://digg.com | 99 | 96 | 7 |
4 | http://slashdot.org | 94 | 95 | 7 |
5 | http://diigo.com | 92 | 65 | 7 |
S. No | Forum Submission Sites | DA | PA | PR |
1 | https://www.flickr.com/help/forum/en-us/ | 98 | 61 | 9 |
2 | http://www.addthis.com/forum | 100 | 57 | 8 |
3 | https://bbpress.org/forums/ | 79 | 64 | 7 |
4 | http://www.careerbuilder.com | 88 | 90 | 7 |
5 | http://www.chronicle.com/forums | 88 | 44 | 4 |
S. No | Blog Directory Submission Sites | DA | PA | PR |
1 | http://www.elecdir.com | 36 | 42 | 6 |
2 | http://www.a1webdirectory.org/ | 49 | 57 | 5 |
S. No | Article Submission Sites | DA | PA | PR |
1 | http://www.thefreelibrary.com/ | 78 | 82 | 7 |
2 | http://www.magportal.com | 54 | 61 | 6 |
3 | http://ezinearticles.com | 89 | 92 | 6 |
4 | http://hubpages.com/ | 87 | 89 | 6 |
5 | http://www.brighthub.com/ | 68 | 73 | 5 |
S. No | Question and Answer Sites | DA | PA | PR |
1 | https://answers.yahoo.com/ | 100 | 91 | 8 |
3 | https://www.quora.com/ | 87 | 90 | 7 |
3 | http://www.blurtit.com/ | 49 | 57 | 4 |
S. No | Image Submission Sites | DA | PA | PR |
1 | https://www.flickr.com/ | 98 | 97 | 9 |
2 | https://instagram.com/ | 97 | 96 | 9 |
4 | https://www.tumblr.com/ | 98 | 96 | 8 |
5 | http://www.deviantart.com/ | 92 | 93 | 7 |
6 | http://imgur.com/ | 95 | 93 | 6 |
7 | https://www.mediafire.com/ | 89 | 91 | 6 |
S. No | Infographics Submission Sites | DA | PA | PR |
1 | http://visual.ly/ | 84 | 87 | 7 |
2 | http://www.reddit.com/r/Infographics | 99 | 55 | 4 |
3 | http://submitinfographics.com/ | 44 | 50 | 4 |
4 | http://www.nerdgraph.com/ | 38 | 48 | 4 |
5 | http://www.infographiclove.com/ | 26 | 38 | 2 |
6 | http://www.infographicsarchive.com/ | 40 | 49 | 2 |
S. No | Document Sharing Websites | DA | PA | PR |
1 | http://issuu.com/ | 94 | 95 | 9 |
2 | http://www.slideshare.net/ | 95 | 95 | 8 |
3 | https://www.scribd.com/ | 92 | 93 | 8 |
S. No | Video Submission Sites | DA | PA | PR |
1 | https://www.youtube.com/ | 100 | 97 | 9 |
2 | https://vimeo.com/ | 98 | 97 | 9 |
3 | http://www.break.com/ | 82 | 86 | 6 |
4 | http://www.metacafe.com | 86 | 89 | 6 |
5 | http://www.dailymotion.com/in | 94 | 77 | 5 |